चयनित व्यक्ति/ पशु/प्क्षी की खा़स बातों को ध्यान में रखते हुए एक रेखाचित्र बनाइए।
चिड़ियों की चहचहाहट सुबह-सुबह बहुच अच्छी लगती है। सुबह का मौसम और चिड़ियों का चहकना मानों दिल को सुकून दे देता है। मैंने तो घर पर कभी भी किसी जीव-जंतु या फिर पशु-पक्षी को नहीं पाला लेकिन मेरी नानी के घर पर कई साल पहले चिड़िया पली हुई थीं। जब भी मैं वहां जाती तो उनके पिंजरे के बाहर बैठकर ज्यादा वक्त बिताती। उनकी भाषा समझने की कोशिश करती। उस पिंजरे में एक या दो नहीं बल्कि 10 चिड़ियां थी। जैसे हम लोग अपने दिन की शुरुआत करते है ठीक वैसे ही चिड़िया अपनी चहचहाहट से दिन की शुरुआत करती है। उनका रहन-सहन भले ही मनुष्यों की तरह न हो लेकिन उनकी एक खासियत थी एकता। मैंने पिंजरे के बाहर से कई बार देखा है कि वह कोई भी काम झुंठ में करती थी। एक साथ बोलना, एक साथ खाना खाना और चुप भी एक साथ होती थी। मुझे उनकी यह आदत बहुत पसंद थी।